हर प्रकार की प्रशंसा और स्तुति केवल अल्लाहके लिए योग्य है।
यदि इन बच्चों में मुसलमान भी हैं तो बाल विहारको इस निषिद्ध मांस को उन्हें पेश करने की स्वीकृति देना उचित नहीं है,बल्कि प्रशासन पर इसेमुसलमानों से रोकने पर ज़ोर डालना ज़रूरी है।
लेकिन यदि ये बच्चे गैर मुस्लिम हैं, तो वेसूअर का मांस खाना हलाल समझते हैं,और मुसलमानों को उनके ऊपर उनके देश में कोईअधिकार नहीं है।
इस स्थिति में आपके लिए इतना पर्याप्त है किइस निषिद्ध काम पर सहोयग न करें और न उसमें उपस्थित हों,और ऐसी अवस्था में आपकेऊपर इस काम में रहने में कोई पाप नहीं है।