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आस्था
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कुर्आन और उसके विज्ञानप्रदर्शित करें›उत्तर: 8उपश्रेणियाँ: 3
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फिक़्ह (इसलामी शास्त्र) और उसके सिद्धांतउपश्रेणियाँ: 2
फिक़्ह (इसलामी शास्त्र) और उसके सिद्धांत
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ज्ञान और धर्म-प्रचारउपश्रेणियाँ: 2
ज्ञान और धर्म-प्रचार
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सामाजिक और मनोवैज्ञानिक समस्यायेंप्रदर्शित करें›उत्तर: 8उपश्रेणियाँ: 2
सामाजिक और मनोवैज्ञानिक समस्यायें
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इतिहास और जीवनीप्रदर्शित करें›उत्तर: 4उपश्रेणियाँ: 3
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शिक्षाउपश्रेणियाँ: 2
शिक्षा
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शिष्टाचार, नैतिकता और हृदय विनम्र करने वाले तत्व
इसमें उन विषयों पर आधारित प्रश्नों को प्रस्तुत किया गया है जिनका संबंध उन अच्छे चरित्र और गुणों से है जिनसे एक मुसलमान को अपने सामान्य मामलों (खाने, पीने, नींद इत्यादि) में सुसज्जित होना चाहिए, साथ ही प्रशंसित नैतिकता जिनसे एक मुसलमान विभूषित होता है तथा निन्दित नैतिकता जिनसे वह लोगों से मामला करते समय उपेक्षा करता है। इसके साथ ही दिल का सुधार करने और उसे अल्लाह सर्वशक्तिमान और आख़िरत के घर (परलोक) से जोड़ने के तरीक़ों का भी उल्लेख है।
यह कैसे हो सकता है कि बंदे की मुख्य चिंता अल्लाह की खुशी हो, लोगों की नहींॽ
2,464अलग-अलग रीति-रिवाजों के अनुसार शब्दों का हुक्म भिन्न होता है
शब्दों में अश्लीलता और वाणी में अशिष्टता एक ऐसी चीज़ है, जिससे सर्वशक्तिमान अल्लाह घृणा करता है और उसपर बहुत क्रुद्ध होता है। इससे अभिप्राय वह बुरा शब्द है जिसे मानव प्रकृति (स्वभाव) नापसंद करती है, और उनमें से कुछ ऐसे हैं जिसपर सभी समुदायों की सर्वसम्मति होती है, और कुछ अलग-अलग आदतों (रीति-रिवाजों) के अनुसार भिन्न होते हैं। परंतु, माता-पिता को, उनसे बात करने, उन्हें बुलाने, और उनकी स्थिति और स्थान के उपयुक्त शब्दों को चुनने में वह विशेषता प्राप्त है, जो उनके अलावा दूसरों के लिए नहीं है।1,989आदत और इबादत के बीच
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